नेता जी सुभाष चंद्र बोस

हिम्मत की मिसाल, साहस की शान,
नेता जी की गाथा, वीरता की पहचान।
वह सूरज था जो कभी न अस्त हुआ ,
आज़ादी के उन्माद में जहाँ मस्त हुआ ।
भारत माता के वीर सुपुत्र थे वह,
दुश्वारियों से कभी न घबराए थे वह।
“तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा”,
उनकी आवाज़ हर दिल में गूंजती थी।
सागर की लहरों जैसा उनका संघर्ष,
हर कदम में था उत्साह और जोश।
दुनिया की सीमाओं को चुनौती दी,
नेता जी ने जागरूक किया भारत को ।
सैन्य वेश में जब नेता जी निकलते थे,
दुश्मन के दिलों में सिर्फ खौफ भरते थे।
आजाद हिंद की सेना का किया निर्माण ,
हर सैनिक में आज़ादी का दिया अरमान ।
दिल में उनके देशप्रेम, आँखों में सपने,
आज़ादी के लिए किया निस्वार्थ कर्म।
वो कभी नहीं थमें, कभी भी नहीं झुके ,
अपने कदमों को हमेशा आगे बढ़ाते रहे।
आजाद देश का वह स्वप्न जो अधूरा था,
नेता जी आपने वह सपना साकार किया ।
यादों में आपकी मशाल जलती रहेगी,
हमारी पीढ़ी को प्रेरणा सदा देती रहेगी।
आपकी अमर आत्मा है हर दिल में बसी,
आपके उपदेशों की बुनियाद सशक्त है सी।
नेता जी का,हम सब पर जो उधार है कर्ज,
तेरा संघर्ष याद रखना,सदा हमारा फर्ज।