उसके क़दम जहां भी पड़ते हैं,
*तानाजी पवार: जिनके हाथों में सोने और चॉंदी के टंच निकालने क
“बसता प्रभु हृदय में , उसे बाहर क्यों ढूँढता है”
###अंगुलिमाल की पुनर्जन्म !
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
साहित्य में बढ़ता व्यवसायीकरण
लड़कियों की जिंदगी आसान नहीं होती
जिनको तुम जीवन में सफल देखते हो, ये वही लोग है जो प्रेम के ब
हार से डरता क्यों हैं।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
यादों को कहाँ छोड़ सकते हैं,समय चलता रहता है,यादें मन में रह
गीत- अदाएँ लाख हैं तेरी...