वक्त
वक्त चलता रहता है, कभी ना किसी के लिये रुकता हैं, वक्त के साथ जो चलता हैं, मान उसी का वढ़ता हैं।
वक्त जब हाथ से फिसलता हैं, उसे रोना ही पड़ता हैं, क्यों की गया हुआ वक्त, वापस लौट कर नहीं आता हैं।
वक्त के साथ रहना सिखो, वक्त के साथ चलना सिखो, तभी सफल हो पाओगे, जब वक्त कि कद्र करना सिखोगे।