हर बशर मुस्कुरा दे , ज़िंदगी कुछ करो तुम , हर बशर मुस्कुरा दे , ज़िंदगी कुछ करो तुम , चहचहा कर खिले गुलशन , बहारें भरो तुम । ✍️नील रूहानी ….