*प्राण प्रतिष्ठा (पौष शुक्ल द्वादशी): पॉंच दोहे*
प्राण प्रतिष्ठा (पौष शुक्ल द्वादशी): पॉंच दोहे
_________________________
1)
प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी, भारत का नव-पर्व
पुनः प्रतिष्ठित यों हुआ, विक्रम संवत-गर्व
2)
पौष शुक्ल तिथि द्वादशी, सब ने जानी आज
रामलला के नाम पर, रामलला का काज
3)
रामलला की देखिए, मंद-मंद मुस्कान
मना रहा है द्वादशी, पूरा हिंदुस्तान
4)
भूले निज पंचांग को, भूले गणना-कार्य
रामलला बतला रहे, यह सबसे अनिवार्य
5)
नवमी है तिथि राम की, जन्मदिवस त्यौहार
पर्व प्रतिष्ठा-द्वादशी, शुभता का भंडार
_________________________
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451