अभी कुछ तो शेष है मुझमें

अभी कुछ तो शेष है मुझमें
अभी हारा नहीं हूं मैं ! एक दिन चमकना है मुझको भी भले ही तारा नहीं हूं मैं !
मेरे भीतर भी प्रवाह रहता है पर जल की धारा नहीं हूं मैं !
मैं किस्मत को दोष नही देता क्योंकि किस्मत का मारा नहीं हूं मैं !
मेरे हृदय में भी प्यार पलता है भले ही सूरत का प्यारा नही हूं मैं !
सबके सामने अक्सर खुश ही नजर आता पर खुश भी सारा का सारा नही हूं मैं !