साल का पहला त्यौहार
माँ शारदे को नमन करते हुए लिख रही हूं कि
चलो कुछ अच्छा लिखा जाए,
साल का पहला त्यौहार है
कुछ सच्चा लिखा जाए
गम लिखते हैं पेंसिल से
खुशी पेन से लिखा जाए
मिटा देंगे गम को
खुशियों को सहेज के रखा जाए
मुश्किल भरी डगर में
थोड़ा अपनापन रखा जाए
हर सफ़र लगेगा आसान
चेहरे पर मुस्कान रखी जाए।
तिल गुड और गजक के साथ रिश्तों में मिठास भर लाएंगे,
उम्मीदों का धागा बांध के हम प्रेम की पतंग उड़ाएंगे ।
मिलना जुलना बड़ों से आशीष लेना और अपने परिवार के लिए अपने ईश्वर का आभार व्यक्त करना
ये त्यौहार ही है तो जो सिखाते हैं अपने कर्म को सही से करना।
अलग ही महत्व होता है हर एक त्यौहार का
ये त्यौहार हमारे जीवन में सकारात्मक भूमिका निभाते हैं
नीरस ना हो जाए ये जीवन हमारा तभी तो ये त्यौहार हमारे जीवन में प्रेम का मिठास भरने आते है।
चलो कुछ सच्चा कहा जाए साल का पहला त्यौहार है
कुछ अच्छा कहा जाए
गम को लिखते हैं पेंसिल से और खुशियों को स्याही से लिखा जाए
हर त्यौहार कुछ न कुछ सिखाता है क्यों न उनसे कुछ अच्छा सिखा जाए
क्यों ना उनसे कुछ अच्छा सिखा जाए।
धन्यवाद।
राधे राधे 🙏
रेखा खिंची ✍️