*लाया पावन कुंभ है, तीरथराज प्रयाग (कुंडलिया)*
लाया पावन कुंभ है, तीरथराज प्रयाग (कुंडलिया)
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लाया पावन कुंभ है, तीरथराज प्रयाग
मंथन सागर का हुआ, रस्सी वासुकि नाग
रस्सी वासुकि नाग, कलश अमरित छलकाते
संगम पुण्य नहान, स्वर्ग-सी छवि सब पाते
कहते रवि कविराय, भाग्य में जिनके आया
जाऍंगे वह कुंभ, कर्म सत् उनको लाया
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रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451