Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Jan 2025 · 1 min read

*दुविधाओं*

दुविधाओं से जगत भरा है
जीवन जीना, मत पीछे हटना ।
हर कदम पर मुसीबत खड़ी हैं
छोटी नहीं, बड़ी-बड़ी हैं
श्वासें तुम्हारी उखड़ी-उखड़ी हैं
पड़ेगा तुम्हें साहस से डटना ।। दुविधाओं से…..
जग वालों का यही है जीना
करें, बुरे समय पर छलनी सीना
अहित करने में ही बहाएं पसीना
पलायन सीखा, सीखा नहीं कटना ।। दुविधाओं से…..
दुःख देने में लेते हैं रस
उन हेतु हैं जीवन यही बस
क्रोध भरा है हर नस-नस
बांटना सीखा, टुकड़ों में बंटना ।। दुविधाओं से…..
अन्यों की पीड़ा में, सुख मिलता­ है
विनाशलीला में, फूल खिलता है
दे दुःख अन्यों को, खुद पिलता है
जीवन स्वर्गिक, बस खटपट ना ।। दुविधाओं से…..
बना रहता है स्वार्थ में अंधा
वासनाओं से रहता है बंधा
कर्म निकृष्ट, उसका हो धंधा
समाज-तोड़क करे दुर्घटना ।। दुविधाओं से…..
हुआ इनका मैं सदा शिकार
हर किसी ने मुझे दिया नकार
दें मुझे ताने, जो भरे विकार
मेरे विरोध में, तुरंत हो जाएं जुटना ।। दुविधाओं से…
-*आचार्य शीलक राम*

Language: Hindi
9 Views

You may also like these posts

जाने किस मोड़ पे आकर मै रुक जाती हूं।
जाने किस मोड़ पे आकर मै रुक जाती हूं।
Phool gufran
सत्य की जीत
सत्य की जीत
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
पिता
पिता
Mamta Rani
वक्त और रिश्ते
वक्त और रिश्ते
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
नदिया का नीर
नदिया का नीर
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
दोहा पंचक - - - - रात रही है बीत
दोहा पंचक - - - - रात रही है बीत
sushil sarna
*भारत नेपाल सम्बन्ध*
*भारत नेपाल सम्बन्ध*
Dushyant Kumar
कुछ अच्छे गुण लोगों को महान बनाते हैं,
कुछ अच्छे गुण लोगों को महान बनाते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
एक टऽ खरहा एक टऽ मूस
एक टऽ खरहा एक टऽ मूस
डॉ. श्री रमण 'श्रीपद्'
नाकाम
नाकाम
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
लव जिहाद_स्वीकार तुम्हारा ना परिणय होगा...
लव जिहाद_स्वीकार तुम्हारा ना परिणय होगा...
पं अंजू पांडेय अश्रु
एक ऐसा दृश्य जो दिल को दर्द से भर दे और आंखों को आंसुओं से।
एक ऐसा दृश्य जो दिल को दर्द से भर दे और आंखों को आंसुओं से।
Rekha khichi
दुःख
दुःख
Ruchi Sharma
"अवध में राम आये हैं"
Ekta chitrangini
बिछड़ गए तो दिल उम्र भर लगेगा नहीं
बिछड़ गए तो दिल उम्र भर लगेगा नहीं
Ritesh Deo
🙅नया सुझाव🙅
🙅नया सुझाव🙅
*प्रणय*
दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में।
दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में।
सत्य कुमार प्रेमी
हम–तुम एक नदी के दो तट हो गए– गीत
हम–तुम एक नदी के दो तट हो गए– गीत
Abhishek Soni
मन का भाव
मन का भाव
Mahesh Jain 'Jyoti'
Guilt
Guilt
सुकृति
3683.💐 *पूर्णिका* 💐
3683.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कलम और कविता
कलम और कविता
Surinder blackpen
फूल से खुश्बू महकना चाहिए
फूल से खुश्बू महकना चाहिए
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
नर्म वही जाड़े की धूप
नर्म वही जाड़े की धूप
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मिथिलाक बेटी
मिथिलाक बेटी
श्रीहर्ष आचार्य
राजनीतिक गलियारा
राजनीतिक गलियारा
Dr. Sunita Singh
मैं कौन हूँ?
मैं कौन हूँ?
Sudhir srivastava
शानदार सड़क भोजन
शानदार सड़क भोजन
Otteri Selvakumar
" रोटियाँ "
Dr. Kishan tandon kranti
चिंतन...
चिंतन...
ओंकार मिश्र
Loading...