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#मन्तव्य-
*बदलते समय के साथ पाप-पुण्य के मापदंड भी बदल गए हैं शायद। अब जो काम अक्षम करे वो पाप और सक्षम करे वो पुण्य। ग़रीब की औक़ात व अमीर के हालात से तय होता है कि भला क्या है और बुरा क्या है।
【प्रणय प्रभात】
#मन्तव्य-
*बदलते समय के साथ पाप-पुण्य के मापदंड भी बदल गए हैं शायद। अब जो काम अक्षम करे वो पाप और सक्षम करे वो पुण्य। ग़रीब की औक़ात व अमीर के हालात से तय होता है कि भला क्या है और बुरा क्या है।
【प्रणय प्रभात】