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3 Jan 2025 · 1 min read

“आज के दौर में”

“आज के दौर में”

आज के दौर में
तुम वफ़ा ढूँढ़ रहे हो,
सच में नादान हो
जहर की शीशी में
तुम दवा ढूँढ़ रहे हो।

2 Likes · 2 Comments · 153 Views
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