मंगलमय शुभ वर्ष …
शुभ मंगलमय वर्ष हो, बगरे दिशि-दिशि हर्ष।
खुशियों में झूमें सभी, पल-पल हो उत्कर्ष।।१।।
नयी उमंगें साथ ले, आया नवल विहान।
सुख के पारावार में, डूबा सकल जहान।।२।।
सबक याद कर पूर्व के, वरो नए संकल्प।
भर नवता नववर्ष में, चुन लो एक विकल्प।।३।।
वर्ष नया दे आपको, खुशियाँ अपरंपार।
महकें घर-आँगन सदा, झूमे वंदनवार।।४।।
चंद पलों की नव्यता, चंद पलों का चाव।
नयी-नयी हर बात में, होता अजब खिंचाव।।५।।
साल पुराना दे गया, हमको ये पैगाम।
गढ़ने होंगे फिर तुम्हें, कुछ नूतन आयाम।।६।।
जीवन कम अनुभव अधिक, कर जाता हर वर्ष।
अनुभव से अभिनव बने, पाए नव उत्कर्ष।।७।।
© डॉ.सीमा अग्रवाल