अपने-अपने नज़रिये की बात है साहब!
#आभास-
अपने-अपने नज़रिये की बात है साहब!
किसी को केयर करना नहीं आता, तो किसी को केयर करना नहीं भाता।।
【प्रणय प्रभात】
#आभास-
अपने-अपने नज़रिये की बात है साहब!
किसी को केयर करना नहीं आता, तो किसी को केयर करना नहीं भाता।।
【प्रणय प्रभात】