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13 Dec 2024 · 1 min read

जब तक हम अपने भीतर नहीं खोजते हम अधूरे हैं और पूर्ण नहीं बन

जब तक हम अपने भीतर नहीं खोजते हम अधूरे हैं और पूर्ण नहीं बन सकते, क्योंकि जीवन का स्रोत हमारे भीतर है और हम बाहर की ओर भागते हैं।
~ रविकेश झा

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