Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Dec 2024 · 1 min read

सिर्फ काबिल बनने से घर चलते है

सिर्फ काबिल बनने से घर चलते है
लायकी भी मायने रखती है परिवार और रिश्तों की बरकात बनाए रखने के लिए।

28 Views

You may also like these posts

- नायाब इश्क -
- नायाब इश्क -
bharat gehlot
रुसवा हुए हम सदा उसकी गलियों में,
रुसवा हुए हम सदा उसकी गलियों में,
Vaishaligoel
आजकल की पीढ़ी अकड़ को एटीट्यूड समझती है
आजकल की पीढ़ी अकड़ को एटीट्यूड समझती है
Sonam Puneet Dubey
***होली के व्यंजन***
***होली के व्यंजन***
Kavita Chouhan
साल के आख़िरी किनारे पर
साल के आख़िरी किनारे पर
SATPAL CHAUHAN
इमारत बुनियाद और मलबा
इमारत बुनियाद और मलबा
Nitin Kulkarni
काव्य भावना
काव्य भावना
Shyam Sundar Subramanian
2504.पूर्णिका
2504.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
ये कलयुग है ,साहब यहां कसम खाने
ये कलयुग है ,साहब यहां कसम खाने
Ranjeet kumar patre
कहते हैं लड़कों की विदाई नहीं होती .
कहते हैं लड़कों की विदाई नहीं होती .
Manisha Manjari
ज़िंदगी  है  गीत  इसको  गुनगुनाना चाहिए
ज़िंदगी है गीत इसको गुनगुनाना चाहिए
Dr Archana Gupta
विपक्ष की
विपक्ष की "हाय-तौबा" पर सवालिया निशान क्यों...?
*प्रणय*
मनमीत
मनमीत
लक्ष्मी सिंह
प्रिये
प्रिये
Johnny Ahmed 'क़ैस'
जिंदगी
जिंदगी
Bodhisatva kastooriya
मुक्तक... छंद हंसगति
मुक्तक... छंद हंसगति
डॉ.सीमा अग्रवाल
ग़ज़ल _ अँधेरों रूबरू मिलना, तुम्हें किस्सा सुनाना है ।
ग़ज़ल _ अँधेरों रूबरू मिलना, तुम्हें किस्सा सुनाना है ।
Neelofar Khan
तुम वह सितारा थे!
तुम वह सितारा थे!
Harminder Kaur
ज़ेवर नहीं, ज़ंजीर है यह
ज़ेवर नहीं, ज़ंजीर है यह
Shekhar Chandra Mitra
मौत तो एक दिन आनी ही है।
मौत तो एक दिन आनी ही है।
Rj Anand Prajapati
हमको रखना या सबका दिल यूँ भी ,
हमको रखना या सबका दिल यूँ भी ,
Dr fauzia Naseem shad
"खाली हाथ"
Dr. Kishan tandon kranti
इस शहर में कितने लोग मिले कुछ पता नही
इस शहर में कितने लोग मिले कुछ पता नही
पूर्वार्थ
हर शख्स नहीं होता है तुम जैसा
हर शख्स नहीं होता है तुम जैसा
Jyoti Roshni
घी दही संग खिचड़ी खाए।
घी दही संग खिचड़ी खाए।
Pratibha Pandey
बेवफ़ाई
बेवफ़ाई
Dipak Kumar "Girja"
नहीं कहीं भी पढ़े लिखे, न व्यवहारिक ज्ञान
नहीं कहीं भी पढ़े लिखे, न व्यवहारिक ज्ञान
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बाप अपने घर की रौनक.. बेटी देने जा रहा है
बाप अपने घर की रौनक.. बेटी देने जा रहा है
Shweta Soni
बटन ऐसा दबाना कि आने वाली पीढ़ी 5 किलो की लाइन में लगने के ब
बटन ऐसा दबाना कि आने वाली पीढ़ी 5 किलो की लाइन में लगने के ब
शेखर सिंह
आत्मशुद्धि या आत्मशक्ति
आत्मशुद्धि या आत्मशक्ति
©️ दामिनी नारायण सिंह
Loading...