आपकी ज़िंदगी यदि लोगों की बातें सुनकर, बुरा मानते हुए गुज़र
आपकी ज़िंदगी यदि लोगों की बातें सुनकर, बुरा मानते हुए गुज़र रही है। तो इससे बुरा आपके जीवन में और कुछ भी नहीं है
सब कहेंगे जिन्हें जो कहना होगा क्योंकि सबके पास अपने विचार हैं।
सब चाहेंगे कि आप उनके विचारों को आत्मसात् करें
और ख़ुद को भूल जाएं। आप वो करो न जो आपको सही लगता है।
_ सोनम पुनीत दुबे