Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Nov 2024 · 1 min read

“मुस्कुराहट”

“मुस्कुराहट”

मुस्कुराहट तो
कमाल की पहेली है,

जितना वो बताती है
उससे ज्यादा छुपाती है।

2 Likes · 2 Comments · 97 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

23/215. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/215. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
संवेदनशीलता
संवेदनशीलता
Rajesh Kumar Kaurav
हम बैठे हैं
हम बैठे हैं
हिमांशु Kulshrestha
सत्संग की ओर
सत्संग की ओर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
यादों की महफिल सजी, दर्द हुए गुलजार ।
यादों की महफिल सजी, दर्द हुए गुलजार ।
sushil sarna
ख्वाब में देखा जब से
ख्वाब में देखा जब से
Surinder blackpen
अगर
अगर
Shweta Soni
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
किसी ने कहा, पीड़ा को स्पर्श करना बंद कर पीड़ा कम जायेगी।
किसी ने कहा, पीड़ा को स्पर्श करना बंद कर पीड़ा कम जायेगी।
Manisha Manjari
अभ्यर्थी हूँ
अभ्यर्थी हूँ
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
अच्छे रिश्ते पौधो की तरह होते हैं, वे ध्यान और देखभाल की मां
अच्छे रिश्ते पौधो की तरह होते हैं, वे ध्यान और देखभाल की मां
ललकार भारद्वाज
हम मुकद्दर से
हम मुकद्दर से
Dr fauzia Naseem shad
अधूरा प्रयास
अधूरा प्रयास
Sûrëkhâ
बलिराजा
बलिराजा
Mukund Patil
ग़ज़ल --
ग़ज़ल --
Seema Garg
आत्महत्या के पहले
आत्महत्या के पहले
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
होकर उल्लू पर सवार।
होकर उल्लू पर सवार।
Pratibha Pandey
उम्मीद
उम्मीद
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
मानवीय मूल्य
मानवीय मूल्य
इंजी. संजय श्रीवास्तव
हमारी प्यारी मां
हमारी प्यारी मां
Shriyansh Gupta
*क्रोध की गाज*
*क्रोध की गाज*
Buddha Prakash
तू अब खुद से प्यार कर
तू अब खुद से प्यार कर
gurudeenverma198
टूटा दर्पण नित दिवस अब देखती हूँ मैं।
टूटा दर्पण नित दिवस अब देखती हूँ मैं।
लक्ष्मी सिंह
अकेले तय होंगी मंजिले, मुसीबत में सब साथ छोड़ जाते हैं।
अकेले तय होंगी मंजिले, मुसीबत में सब साथ छोड़ जाते हैं।
पूर्वार्थ
पल पल रंग बदलती है दुनिया
पल पल रंग बदलती है दुनिया
Ranjeet kumar patre
*लो कर में नवनीत (हास्य कुंडलिया)*
*लो कर में नवनीत (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
भारत की सेना
भारत की सेना
Satish Srijan
जिल्लत और जुल्मों का जब दाब बढ़ जायेगा।
जिल्लत और जुल्मों का जब दाब बढ़ जायेगा।
Rj Anand Prajapati
Yesterday ? Night
Yesterday ? Night
Otteri Selvakumar
Loading...