Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Nov 2024 · 1 min read

“सभी यहां गलतफहमी में जी रहे हैं ll

“सभी यहां गलतफहमी में जी रहे हैं ll
ख्वाबों की गहमागहमी में जी रहे हैं ll

हम सभी आकाश में उड़ रहे हैं,
बस कहने को जमी में जी रहे हैं ll

ख्वाहिशों कि अधिकता में मर रहे हैं,
सुकून की कमी में जी रहे हैं ll

खून की गरमी में जी रहे हैं,
अश्कों की नमी में जी रहे हैं ll

रिश्ते नातों का कत्ल कर,
बड़ी बेशरमी से जी रहे हैं ll”

32 Views

You may also like these posts

गीत _ इतना तो बतलाओ तुम !
गीत _ इतना तो बतलाओ तुम !
Neelofar Khan
यही तो जिंदगी का सच है
यही तो जिंदगी का सच है
gurudeenverma198
Problems are part of life, they will never stop coming. Ther
Problems are part of life, they will never stop coming. Ther
पूर्वार्थ
हम तो बस कहते रहे, अपने दिल की बात।
हम तो बस कहते रहे, अपने दिल की बात।
Suryakant Dwivedi
जय श्री गणेशा
जय श्री गणेशा
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
खाली सड़के सूना
खाली सड़के सूना
Mamta Rani
दरिया
दरिया
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
*पत्रिका समीक्षा*
*पत्रिका समीक्षा*
Ravi Prakash
शिक्षा
शिक्षा
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
जनता
जनता
Sanjay ' शून्य'
संवेदनाएं
संवेदनाएं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
भोर काल से संध्या तक
भोर काल से संध्या तक
देवराज यादव
#Secial_story
#Secial_story
*प्रणय*
*
*"तुलसी मैया"*
Shashi kala vyas
आओ बैठें कुछ बात करें
आओ बैठें कुछ बात करें
Meera Thakur
" दरमियां "
Dr. Kishan tandon kranti
बदली बदली सी फिज़ा रुख है,
बदली बदली सी फिज़ा रुख है,
goutam shaw
*प्यार का इज़हार*
*प्यार का इज़हार*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मोहब्बत का यहाँ पर वो फ़साना छोड़ जाता है
मोहब्बत का यहाँ पर वो फ़साना छोड़ जाता है
अंसार एटवी
24/225. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/225. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*कुछ तो बात है* ( 23 of 25 )
*कुछ तो बात है* ( 23 of 25 )
Kshma Urmila
मजबूरियां रात को देर तक जगाती है ,
मजबूरियां रात को देर तक जगाती है ,
Ranjeet kumar patre
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
हिंदी हमारे देश की एक भाषा मात्र नहीं है ,
हिंदी हमारे देश की एक भाषा मात्र नहीं है ,
पूनम दीक्षित
सुलगती आग
सुलगती आग
Shashi Mahajan
जब कोई दिल से जाता है
जब कोई दिल से जाता है
Sangeeta Beniwal
वक्त
वक्त
Mahesh Jain 'Jyoti'
sp134 मैं जी नहीं सकूंगी/ शानदार वर्णन
sp134 मैं जी नहीं सकूंगी/ शानदार वर्णन
Manoj Shrivastava
बगल में कुर्सी और सामने चाय का प्याला
बगल में कुर्सी और सामने चाय का प्याला
VINOD CHAUHAN
शिक्षा
शिक्षा
Neeraj Agarwal
Loading...