Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Feb 2024 · 1 min read

रूप रस गंध में मैं नहाता रहूं।

तुम मेरी जान सजती संवरती रहो
रूप रस गंध में मैं नहाता रहूं।
चांद के नूर की तुमको दौलत मिले
तेरी खुशियों में आनंद पाता रहूं।
खिलखिलाती खिली सी चहंकती रहो
गीत खुशियों के मैं गुनगुनाता रहूं।
गम की दीवार ढह जायेगी खुदबखुद
पास बैठो मैं नजरें मिलाता रहूं ।
कुछ कहो, पूछ लो कुछ नजर ही नजर
मैं नजर ही नजर में बताता रहूं।
बनके हमराह तुम साथ चलती रहो
मैं जहाँ के नजारे दिखाता रहूं ।
आओ बंध जाओ तुम प्रीत की डोर में
एक चाहत कशिश मैं जगाता रहूं।

अनुराग दीक्षित

Language: Hindi
1 Like · 111 Views
Books from अनुराग दीक्षित
View all

You may also like these posts

नजर से मिली नजर....
नजर से मिली नजर....
Harminder Kaur
दरिया की तह में ठिकाना चाहती है - संदीप ठाकुर
दरिया की तह में ठिकाना चाहती है - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
ध्यान करने परमपिता का
ध्यान करने परमपिता का
Chitra Bisht
2537.पूर्णिका
2537.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
साहित्य चेतना मंच की मुहीम घर-घर ओमप्रकाश वाल्मीकि
साहित्य चेतना मंच की मुहीम घर-घर ओमप्रकाश वाल्मीकि
Dr. Narendra Valmiki
हीरा जनम गंवाएगा
हीरा जनम गंवाएगा
Shekhar Chandra Mitra
झूठ बोल नहीं सकते हैं
झूठ बोल नहीं सकते हैं
Sonam Puneet Dubey
फूल
फूल
Neeraj Agarwal
पत्थर भी रोता है
पत्थर भी रोता है
Kirtika Namdev
दुनिया चतुर सयानी बाला।
दुनिया चतुर सयानी बाला।
Kumar Kalhans
कैसे कहे
कैसे कहे
Dr. Mahesh Kumawat
प्रिय
प्रिय
The_dk_poetry
"सनद"
Dr. Kishan tandon kranti
“मेरी किताब “पुष्प -सार” और मेरी दो बातें”
“मेरी किताब “पुष्प -सार” और मेरी दो बातें”
DrLakshman Jha Parimal
एक अकेला सब पर भारी
एक अकेला सब पर भारी
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
सफर जीवन का चलता रहे जैसे है चल रहा
सफर जीवन का चलता रहे जैसे है चल रहा
पूर्वार्थ
गंगा सागर
गंगा सागर
Rambali Mishra
सावन की है ये पंचमी शुभयोग बना है,
सावन की है ये पंचमी शुभयोग बना है,
Anamika Tiwari 'annpurna '
*बंगाली समाज द्वारा दुर्गा पूजा उत्सव*
*बंगाली समाज द्वारा दुर्गा पूजा उत्सव*
Ravi Prakash
जब जब भूलने का दिखावा किया,
जब जब भूलने का दिखावा किया,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
जीने दो मुझे अपने वसूलों पर
जीने दो मुझे अपने वसूलों पर
goutam shaw
शून्य से शिखर तक
शून्य से शिखर तक
शशि कांत श्रीवास्तव
चाय की प्याली ......
चाय की प्याली ......
sushil sarna
अच्छा ही किया तूने
अच्छा ही किया तूने
Sanjay Narayan
गीत
गीत
Mahendra Narayan
सारे रिश्तों से
सारे रिश्तों से
Dr fauzia Naseem shad
अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर
अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर
सत्य कुमार प्रेमी
मैं पीपल का पेड़
मैं पीपल का पेड़
VINOD CHAUHAN
विशेष दोहा
विशेष दोहा
*प्रणय*
"न टूटो न रुठो"
Yogendra Chaturwedi
Loading...