चांद , क्यों गुमसुम सा बैठा है।
*अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर किला परिसर में योग कार्यक्रम*
#जंबूद्वीपे शीश पे आसन
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
सो कॉल्ड अन्तराष्ट्रीय कवि !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
तेरे जाने के बाद बस यादें -संदीप ठाकुर
व्यवहारिक नहीं अब दुनियां व्यावसायिक हो गई है,सम्बंध उनसे ही
इश्क में तेरे
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
उनको मंजिल कहाँ नसीब
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
हसीं पल
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
पल पल दिल के पास तुम रहती हो
बुज़दिली की वजह जो बन जाए