Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jun 2024 · 2 min read

*अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर किला परिसर में योग कार्यक्रम*

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर किला परिसर में योग कार्यक्रम
🍃🍃☘️☘️☘️🍃🍃
किला परिसर हमारे घर से पैदल का दो मिनट का रास्ता है। वहॉं खुला पार्क है। आम जनता के लिए प्रतिदिन हर समय विशेष रूप से सायं काल और प्रातः काल भ्रमण हेतु नगर का सर्वश्रेष्ठ स्थान कहा जा सकता है।

आज 21 जून को यहां मंच सजा था। दशम् अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून 2024 लिखा हुआ बड़े-बड़े अक्षरों में मंच पर बैनर टॅंगा था। योग करने के इच्छुक अभ्यासियों के बैठने के लिए प्रशासन द्वारा मैट बिछाए गए थे। हरी घास, चारों तरफ वृक्ष, आसमान में हल्के बादल और स्वच्छ वायु ने प्रातः कालीन भ्रमण पार्क को योग के सब प्रकार से अनुकूल कर दिया।

सड़क छोड़कर रजा लाइब्रेरी का परिसर है। वहां मुख्य कार्यक्रम था। माइक की व्यवस्था वहीं थी। आर्ट ऑफ लिविंग की सुपरिचित प्रशिक्षक बीना मिश्रा जी करीब दो दशक से आर्ट ऑफ लिविंग के बेसिक कोर्स करा रही हैं। योग करना और कराना उन्हें अच्छी तरह सध गया है। उनके कुशल नेतृत्व में रजा लाइब्रेरी परिसर पार्क में उपस्थित अति विशिष्ट महानुभावों के साथ-साथ आम पार्क के हम सब अभ्यासियों ने भी उत्साह पूर्वक योग साधना की। हमारी सुविधा के लिए आम पार्क में बने मंच पर अनेक योग साधक विराजमान थे तथा वीणा मिश्रा जी द्वारा निर्दिष्ट योग क्रियाएं मंच पर कर रहे थे।

कार्यक्रम अच्छा चला। वीणा मिश्रा जी ने तीन बार 🕉️ का उच्चारण कराया। सर्वे भवंतु सुखिनः मंत्र का उच्चारण भी उनके साथ-साथ हम सब ने किया। ध्यान लगाते समय ध्यान के महत्व पर प्रकाश भी आपके द्वारा भली प्रकार से डाला गया। योग साधकों को किस प्रकार से तथा किस सीमा के अंतर्गत अपनी स्वास्थ्य की अवस्था को ध्यान में रखते हुए योग करना चाहिए, ऐसा निर्देश भी उनके द्वारा समय-समय पर उचित ही दिया जाता रहा। वीणा मिश्रा जी के कुशल निर्देशन को प्रणाम।
🪴🪴🪴🪴🪴🪴🪴🪴
रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

Language: Hindi
85 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

कौन है जिसको यहाँ पर बेबसी अच्छी लगी
कौन है जिसको यहाँ पर बेबसी अच्छी लगी
अंसार एटवी
क्रोध
क्रोध
Durgesh Bhatt
ये बाबू कायल हो जइबअ...
ये बाबू कायल हो जइबअ...
आकाश महेशपुरी
उनकी आंखो मे बात अलग है
उनकी आंखो मे बात अलग है
Vansh Agarwal
कुदरत और भाग्य......एक सच
कुदरत और भाग्य......एक सच
Neeraj Agarwal
बैसाखी पर्व पर प्रीतम के दोहे
बैसाखी पर्व पर प्रीतम के दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
*क्या कर लेगा इंद्र जब, खुद पर निर्भर लोग (कुंडलिया)*
*क्या कर लेगा इंद्र जब, खुद पर निर्भर लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
सोच
सोच
Sûrëkhâ
★मां ★
★मां ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
मदिरा सवैया
मदिरा सवैया
Rambali Mishra
“इसे शिष्टाचार कहते हैं”
“इसे शिष्टाचार कहते हैं”
DrLakshman Jha Parimal
दो किसान मित्र थे साथ रहते थे साथ खाते थे साथ पीते थे सुख दु
दो किसान मित्र थे साथ रहते थे साथ खाते थे साथ पीते थे सुख दु
कृष्णकांत गुर्जर
अभी तो कुछ बाकी है
अभी तो कुछ बाकी है
Meera Thakur
*मजदूर और उसकी कहानी *
*मजदूर और उसकी कहानी *
Priyank Upadhyay
काहे का अभिमान
काहे का अभिमान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कितना अच्छा होता .....
कितना अच्छा होता .....
sushil sarna
अटल का सुशासन
अटल का सुशासन
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
मैंने बहुत कोशिश की,
मैंने बहुत कोशिश की,
Ritesh Deo
प्रेम की सबसे सुंदर अभिव्यक्ति
प्रेम की सबसे सुंदर अभिव्यक्ति
पूर्वार्थ
सर्दी
सर्दी
Iamalpu9492
पदावली
पदावली
seema sharma
"भाग्य से जीतनी ज्यादा उम्मीद करोगे,
Ranjeet kumar patre
*कर्म बंधन से मुक्ति बोध*
*कर्म बंधन से मुक्ति बोध*
Shashi kala vyas
25. जी पाता हूँ
25. जी पाता हूँ
Rajeev Dutta
"वो दीवारें"
Dr. Kishan tandon kranti
ऑनलाइन शॉपिंग
ऑनलाइन शॉपिंग
Chitra Bisht
3224.*पूर्णिका*
3224.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
"डोजर" के चेप्टर पर तो "क्लोजर" लगा दिया हुजूर!अब "गुल" खिला
*प्रणय*
तन्हाई से यु लिपटे...
तन्हाई से यु लिपटे...
Manisha Wandhare
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...