Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Nov 2024 · 1 min read

“मुश्किलों के आगे मंजिलें हैं ll

“मुश्किलों के आगे मंजिलें हैं ll
मंजिलों के पीछे मुश्किलें हैं ll

मुश्किलों-मंजिलों के बीच,
सुकूं के पल धूल में मिले हैं ll

सुख-दुख में पक जाते हैं,
नयन सभी के पिलपिले हैं ll

पुरानी शाखों पर पत्ते तक नहीं है,
नयी शाखों पर नये फूल खिले हैं ll

हार के वक्त साथ देने कोई नहीं आता,
जीत के साथ बधाईयों के काफिलें हैं ll”

68 Views

You may also like these posts

मैं तुम्हें यूँ ही
मैं तुम्हें यूँ ही
हिमांशु Kulshrestha
आज के जमाने में-
आज के जमाने में-
लक्ष्मी सिंह
सुख मिलता है अपनेपन से, भरे हुए परिवार में (गीत )
सुख मिलता है अपनेपन से, भरे हुए परिवार में (गीत )
Ravi Prakash
लड़कियों की जिंदगी आसान नहीं होती
लड़कियों की जिंदगी आसान नहीं होती
Adha Deshwal
मित्रता चित्र देखकर नहीं
मित्रता चित्र देखकर नहीं
Sonam Puneet Dubey
मुक्ति
मुक्ति
Amrita Shukla
जीवन है परिवर्तनशील
जीवन है परिवर्तनशील
महेश चन्द्र त्रिपाठी
ग़ज़ल : इन आँधियों के गाँव में तूफ़ान कौन है
ग़ज़ल : इन आँधियों के गाँव में तूफ़ान कौन है
Nakul Kumar
* प्यार का जश्न *
* प्यार का जश्न *
surenderpal vaidya
वो मेरे प्रेम में कमियाँ गिनते रहे
वो मेरे प्रेम में कमियाँ गिनते रहे
Neeraj Mishra " नीर "
Staring blankly at the empty chair,
Staring blankly at the empty chair,
Chaahat
डमरू वर्ण पिरामिड
डमरू वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
कुछ बिखरे ख्यालों का मजमा
कुछ बिखरे ख्यालों का मजमा
Dr. Harvinder Singh Bakshi
अक्सर चाहतें दूर हो जाती है,
अक्सर चाहतें दूर हो जाती है,
ओसमणी साहू 'ओश'
ख़्याल इसका कभी कोई
ख़्याल इसका कभी कोई
Dr fauzia Naseem shad
अलविदा कह जाओगे जब दुनियां को...
अलविदा कह जाओगे जब दुनियां को...
Ajit Kumar "Karn"
जीवन बड़ा अनमोल है यह सत्य मानिए,
जीवन बड़ा अनमोल है यह सत्य मानिए,
Anamika Tiwari 'annpurna '
मेरी आंखों के काजल को तुमसे ये शिकायत रहती है,
मेरी आंखों के काजल को तुमसे ये शिकायत रहती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
4306.💐 *पूर्णिका* 💐
4306.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
पागल प्रेम
पागल प्रेम
भरत कुमार सोलंकी
पाखंड
पाखंड
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर?
तुम में और मुझ में कौन है बेहतर?
Bindesh kumar jha
अपना गम देख कर घबरा गए
अपना गम देख कर घबरा गए
Girija Arora
मन कहता है
मन कहता है
OM PRAKASH MEENA
देशभक्ति
देशभक्ति
Pratibha Pandey
* संस्कार *
* संस्कार *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
लहर लहर लहराना है
लहर लहर लहराना है
Madhuri mahakash
व्यक्ति महिला को सब कुछ देने को तैयार है
व्यक्ति महिला को सब कुछ देने को तैयार है
शेखर सिंह
ऊंचा रावण, नीचे राम।
ऊंचा रावण, नीचे राम।
*प्रणय*
विषय-मन मेरा बावरा।
विषय-मन मेरा बावरा।
Priya princess panwar
Loading...