वृक्ष होते पक्षियों के घर
कहिए सुनिए सोच के -प्यासा के कुंडलियां
ये दौलत ये नफरत ये मोहब्बत हो गई
दुनिया के हर क्षेत्र में व्यक्ति जब समभाव एवं सहनशीलता से सा
*दुल्हन के सुंदर हुए, लाल मेहॅंदी-हाथ (कुंडलिया)*
गाली / सुशीला टाकभौरे (जन्मदिन)
तूने मुझे भुला तो कबका दिया था, तूने बताया तब जब कोई और मिला
फेसबुक पर समस्या मूलक मित्रों की बाढ़-सी आ गयी है (जैसे यह रि