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25 Oct 2024 · 1 min read

“मेरे अल्फ़ाज़”

“मेरे अल्फ़ाज़”

छुपी है पारसमणि मुझमें कहीं,
खुद को उससे छुआना है मुझे।

2 Likes · 3 Comments · 139 Views
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