*** लहरों के संग....! ***
नूतन रूप धर के तो देख !
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
मेरी किस्मत पे हंसने वालों कब तलक हंसते रहोगे
ये आप पर है कि ज़िंदगी कैसे जीते हैं,
Sadness is caused by intelligence, the more you understand c
तेवरी : युग की माँग + हरिनारायण सिंह ‘हरि’
फ़लसफ़ा है जिंदगी का मुस्कुराते जाना।
हमारी मंजिल को एक अच्छा सा ख्वाब देंगे हम!
शीर्षक -शीतल छाँव होती माँ !
चराग़ों की सभी ताक़त अँधेरा जानता है
मत्तगयंत सवैया (हास्य रस)
माशा अल्लाह, तुम बहुत लाजवाब हो
तुझे याद करता हूँ क्या तुम भी मुझे याद करती हो
बह्र - 1222-1222-122 मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन फ़ऊलुन काफ़िया - आ रदीफ़ -है।
झलक को दिखाकर सतना नहीं ।
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)