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17 Oct 2024 · 1 min read

*चलो नहाऍं आज चाँदनी में घूमें हम दोनों (मुक्तक)*

चलो नहाऍं आज चाँदनी में घूमें हम दोनों (मुक्तक)
_________________________
चलो नहाऍं आज चाँदनी में घूमें हम दोनों
चलो चाँद को अपने अधरों से चूमें हम दोनों
युगों-युगों से सदा रहे हम दोनों जीवन-साथी
चलो एक दूजे को पाकर, फिर झूमें हम दोनों
—————————–
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

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