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3 Oct 2024 · 1 min read

” कला “

” कला ”
कोई बेसिर-पैर की नहीं
मुद्दे की ही बात कहिए,
जरूरत है उस्ताद बनने की
बातों ही बातों में मत बहकिए।

2 Likes · 2 Comments · 62 Views
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