Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Oct 2024 · 1 min read

दो इंसानों के बीच यदि किसी मतभेद के कारण दूरियां बनी हो और आ

दो इंसानों के बीच यदि किसी मतभेद के कारण दूरियां बनी हो और आप आग में घी डालने का कार्य कर रहे हैं, तो सावधान रहें समय बदलने पर वह तो साथ हो जायेंगे, शायद आपको मुंह छिपाना पड़ जाए ।।
S P Nayak

284 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

इस सोच को हर सोच से ऊपर रखना,
इस सोच को हर सोच से ऊपर रखना,
Dr fauzia Naseem shad
ऐ फूलों पर चलने वालो, काॅंटों पर भी चलना सीखो ,
ऐ फूलों पर चलने वालो, काॅंटों पर भी चलना सीखो ,
Anamika Tiwari 'annpurna '
*प्रेम कविताएं*
*प्रेम कविताएं*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
रात की नदी में
रात की नदी में
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
“पूत कपूत तो क्या धन संचय, पूत सपूत तो क्या धन संचय” अर्थात
“पूत कपूत तो क्या धन संचय, पूत सपूत तो क्या धन संचय” अर्थात
ललकार भारद्वाज
आज असंवेदनाओं का संसार देखा।
आज असंवेदनाओं का संसार देखा।
Manisha Manjari
नाटक
नाटक
Rajeev kumar Bhardwaj
3305.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3305.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
*वो पगली*
*वो पगली*
Acharya Shilak Ram
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
क्या हैं हम...
क्या हैं हम...
हिमांशु Kulshrestha
"सबक"
Dr. Kishan tandon kranti
अभिनंदन
अभिनंदन
जगदीश शर्मा सहज
*प्यार भी अजीब है (शिव छंद )*
*प्यार भी अजीब है (शिव छंद )*
Rituraj shivem verma
मीठा सीधा सरल बचपन
मीठा सीधा सरल बचपन
Ritu Asooja
Team India - Winning World Cup Read Wikipedia
Team India - Winning World Cup Read Wikipedia
Rj Anand Prajapati
*वकीलों की वकीलगिरी*
*वकीलों की वकीलगिरी*
Dushyant Kumar
परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मां
मां
Charu Mitra
चाँद
चाँद
Davina Amar Thakral
ये नव वर्ष हमको स्वीकार नही
ये नव वर्ष हमको स्वीकार नही
पूर्वार्थ
जिंदगी का हिसाब
जिंदगी का हिसाब
Surinder blackpen
..
..
*प्रणय प्रभात*
ले लो आप सब ज़िंदगी के खूब मजे,
ले लो आप सब ज़िंदगी के खूब मजे,
Ajit Kumar "Karn"
♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️
♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️
Dr Archana Gupta
कोशी मे लहर
कोशी मे लहर
श्रीहर्ष आचार्य
चुनना किसी एक को
चुनना किसी एक को
Mangilal 713
तेरी यादों के सहारे वक़्त गुजर जाता है
तेरी यादों के सहारे वक़्त गुजर जाता है
VINOD CHAUHAN
सूरज नहीं थकता है
सूरज नहीं थकता है
Ghanshyam Poddar
घर
घर
Shashi Mahajan
Loading...