Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Oct 2024 · 1 min read

आदिवासी और दलित अस्मिता का मौलिक फर्क / मुसाफिर बैठा

एक आदिवासी बुद्धिजीवी
अन्य समाज से पिछड़ कर भी
अपनी सभ्यता और अस्मिता को आगे रख
अकड़ता है।

एक दलित बुद्धिजीवी
अन्य समाज से पिछड़कर
अपने हक के रूप में
हड़पी अस्मिता को पाने के लिए तड़पता है

Language: Hindi
84 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr MusafiR BaithA
View all

You may also like these posts

धर्म और सिध्दांत
धर्म और सिध्दांत
Santosh Shrivastava
With every step, you learn, you soar,
With every step, you learn, you soar,
Sakshi Singh
" जालिम "
Dr. Kishan tandon kranti
कलाकार की कलाकारी से सारे रिश्ते बिगड़ते हैं,
कलाकार की कलाकारी से सारे रिश्ते बिगड़ते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुम्हारी कहानी
तुम्हारी कहानी
PRATIK JANGID
मैं कौन हूँ?
मैं कौन हूँ?
Sudhir srivastava
*श्रीराम*
*श्रीराम*
Dr. Priya Gupta
है शामिल
है शामिल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
क्या सुधरें...
क्या सुधरें...
Vivek Pandey
तुम मुझमें अंगार भरो
तुम मुझमें अंगार भरो
Kirtika Namdev
* कुपोषण*
* कुपोषण*
Vaishaligoel
राम अवध के
राम अवध के
Sanjay ' शून्य'
अमृतध्वनि छंद
अमृतध्वनि छंद
Rambali Mishra
व्यर्थ है मेरे वो सारे श्रृंगार,
व्यर्थ है मेरे वो सारे श्रृंगार,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
गुज़ारिश है रब से,
गुज़ारिश है रब से,
Sunil Maheshwari
.....बेबस नारी....
.....बेबस नारी....
rubichetanshukla 781
माँ
माँ
Amrita Shukla
Hey you...
Hey you...
पूर्वार्थ देव
चलता समय
चलता समय
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
*महॅंगी कला बेचना है तो,चलिए लंदन-धाम【हिंदी गजल/ गीतिका】*
*महॅंगी कला बेचना है तो,चलिए लंदन-धाम【हिंदी गजल/ गीतिका】*
Ravi Prakash
खालीपन
खालीपन
sheema anmol
आज भी अपमानित होती द्रौपदी।
आज भी अपमानित होती द्रौपदी।
Priya princess panwar
अर्ज किया है जनाब
अर्ज किया है जनाब
शेखर सिंह
प्रेमिकाएं प्रेम में अपना भविष्य चुनती हैं, प्रेमी को नही।
प्रेमिकाएं प्रेम में अपना भविष्य चुनती हैं, प्रेमी को नही।
इशरत हिदायत ख़ान
3769.💐 *पूर्णिका* 💐
3769.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
*धरा पर देवता*
*धरा पर देवता*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
"दास्तां ज़िंदगी की"
ओसमणी साहू 'ओश'
जिस सफर पर तुमको था इतना गुमां
जिस सफर पर तुमको था इतना गुमां
©️ दामिनी नारायण सिंह
अमर ...
अमर ...
sushil sarna
■ आज का विचार बिंदु ;
■ आज का विचार बिंदु ; "बुद्धिमता"
*प्रणय प्रभात*
Loading...