Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 May 2024 · 1 min read

*श्रीराम*

श्रीराम

करती हूं आपका वंदन,
सदा ही आपका अभिनंदन।
मूल्य दिए जो लोगों को,
करती मैं शत-शत नमन।

आप जीवन का आधार हैं,
शक्ति अपरंपार है।
आप हैं निर्माता जीवन के,
आप ही पालनहार हैं।

आप हैं सद्गुणों से संपन्न,
विष्णु के अवतार हैं।
लक्ष्मण,भरत,शत्रुघ्न के भ्राता,
सीता मां के वल्लभ,
कहते सब सीताराम हैं।

त्याग व सद्भावना की मूरत,
हृदय आपका विशाल है।
अयोध्या में जन्मे आप,
साक्षात मोक्ष के द्वार हैं।

त्रेता युग के भगवान,
ह्रदय में समाहित,
सबके प्रिय व उत्तम,
आप तारणहार,
मर्यादा पुरुषोत्तम,
श्री राम हैं।
डॉ प्रिया
अयोध्या।

Language: Hindi
2 Likes · 88 Views

You may also like these posts

तन्हाई में अपनी
तन्हाई में अपनी
हिमांशु Kulshrestha
समय को समय देकर तो देखो, एक दिन सवालों के जवाब ये लाएगा,
समय को समय देकर तो देखो, एक दिन सवालों के जवाब ये लाएगा,
Manisha Manjari
फिर आई बरसात फिर,
फिर आई बरसात फिर,
sushil sarna
श्री राम जी अलौकिक रूप
श्री राम जी अलौकिक रूप
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
बसंती हवा
बसंती हवा
Arvina
घृणा प्रेम की अनुपस्थिति है, क्रोध करुणा और जागरूकता का अनुप
घृणा प्रेम की अनुपस्थिति है, क्रोध करुणा और जागरूकता का अनुप
Ravikesh Jha
स्मृतियाँ
स्मृतियाँ
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
श्रृगार छंद - मात्रिक
श्रृगार छंद - मात्रिक
पंकज परिंदा
महाप्रयाण
महाप्रयाण
Shyam Sundar Subramanian
तुम वह सितारा थे!
तुम वह सितारा थे!
Harminder Kaur
प्रेम वो भाषा है
प्रेम वो भाषा है
Dheerja Sharma
प्यासा के कुंडलियां (झूठा)
प्यासा के कुंडलियां (झूठा)
Vijay kumar Pandey
.
.
*प्रणय*
चलो अब हम यादों के
चलो अब हम यादों के
Dr. Kishan tandon kranti
बात करोगे तो बात बनेगी
बात करोगे तो बात बनेगी
Shriyansh Gupta
राम सीता
राम सीता
Shashi Mahajan
हिंदी भाषा नही,भावों की
हिंदी भाषा नही,भावों की
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
लड़की कभी एक लड़के से सच्चा प्यार नही कर सकती अल्फाज नही ये
लड़की कभी एक लड़के से सच्चा प्यार नही कर सकती अल्फाज नही ये
Rituraj shivem verma
गनर यज्ञ (हास्य-व्यंग्य)
गनर यज्ञ (हास्य-व्यंग्य)
गुमनाम 'बाबा'
1) जी चाहता है...
1) जी चाहता है...
नेहा शर्मा 'नेह'
"टूट कर बिखर जाउंगी"
रीतू सिंह
नववर्ष
नववर्ष
Sudhir srivastava
प्रीति रीति देख कर
प्रीति रीति देख कर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
गांव की झोपड़ी
गांव की झोपड़ी
Vivek saswat Shukla
इस तरह कब तक दरिंदों को बचाया जाएगा।
इस तरह कब तक दरिंदों को बचाया जाएगा।
सत्य कुमार प्रेमी
जिंदगी की राह में हर कोई,
जिंदगी की राह में हर कोई,
Yogendra Chaturwedi
दिवाली
दिवाली
नूरफातिमा खातून नूरी
4137.💐 *पूर्णिका* 💐
4137.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
"अपनी भूल नहीं मानते हम ll
पूर्वार्थ
माँ का द्वार
माँ का द्वार
रुपेश कुमार
Loading...