Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
RAMESH SHARMA
104 Followers
Follow
Report this post
13 Sep 2024 · 1 min read
मर जाओगे आज
होते हो क्यों मौत से, नाहक ही नाराज ।
जिंदा कब थे आप जो, मर जाओगे आज ।।
रमेश शर्मा.
Language:
Hindi
Tag:
दोहा
Like
Share
1 Like
· 60 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
..
*प्रणय*
सड़क
Roopali Sharma
3286.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जीवन है रंगमंच कलाकार हम सभी
Dr Archana Gupta
- संकल्पो की सौरभ बनी रहे -
bharat gehlot
बलिदानियों की ज्योति पर जाकर चढ़ाऊँ फूल मैं।
जगदीश शर्मा सहज
अच्छा नहीं होता बे मतलब का जीना।
Taj Mohammad
आंसुओं की तौहीन कर गया
Mahesh Tiwari 'Ayan'
समाप्त हो गई परीक्षा
Vansh Agarwal
सत्य कथन
Rambali Mishra
क्या इंतज़ार रहता है तुझे मेरा
Ajit Kumar "Karn"
वक्त
पूर्वार्थ
"लाठी"
Dr. Kishan tandon kranti
बाल कविता: मछली
Rajesh Kumar Arjun
जेब खाली हो गई तो सारे रिश्ते नातों ने मुंह मोड़ लिया।
Rj Anand Prajapati
आके चाहे चले जाते, पर आ जाते बरसात में।
सत्य कुमार प्रेमी
बदरा को अब दोष ना देना, बड़ी देर से बारिश छाई है।
Manisha Manjari
सब डरें इंसाफ से अब, कौन सच्चाई कहेगा।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ससुराल में साली का
Rituraj shivem verma
जिसके लिए कसीदे गढ़ें
DrLakshman Jha Parimal
उनकी नज़रों में अपना भी कोई ठिकाना है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*छिपी रहती सरल चेहरों के, पीछे होशियारी है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
*मां तुम्हारे चरणों में जन्नत है*
Krishna Manshi
मध्यम मार्ग
अंकित आजाद गुप्ता
उजड़ें हुए चमन की पहचान हो गये हम ,
Phool gufran
दिखाने लगे
surenderpal vaidya
"प्रयास"
Rati Raj
रविवार की छुट्टी
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
नेम प्रेम का कर ले बंधु
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अब मैं
हिमांशु Kulshrestha
Loading...