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9 Sep 2024 · 2 min read

*पुस्तक समीक्षा*

पुस्तक समीक्षा
भारतवर्ष का प्रथम मंडलीय गजेटियर, मुरादाबाद मंडल वर्ष 2023 (भाग 1)
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भारत के इतिहास में पहली बार मंडल स्तर पर कोई गजेटियर प्रकाशित हुआ। यह उपलब्धि मुरादाबाद मंडल के खाते में गई। 496 पृष्ठ के 8 इंच गुणा 11 इंच आकार के बढ़िया कागज पर हार्ड कवर में यह एक लंबे समय तक संग्रह योग्य पुस्तक है।

मुरादाबाद मंडल में पॉंच जनपद आते हैं। मुरादाबाद, रामपुर, बिजनौर, अमरोहा और संभल। जनगणना 2011 के अनुसार मुरादाबाद मंडल की कुल जनसंख्या 1,31,85,034 है। इतनी बड़ी जनसंख्या के लिए शासन-प्रशासन की तमाम योजनाओं की जानकारियॉं तथा ऑंकड़े एक पुस्तक के भीतर समेटना अपने आप में टेढ़ी खीर होती है।
इसका श्रेय मंडल-आयुक्त ऑंजनेय कुमार सिंह को जाता है, जिन्होंने छह महीने से अधिक इस गजेटियर पर निरंतर कार्य किया। सभी विभागों से सूचनाएं एकत्र कीं तथा अपने प्रधान संपादकत्व में पूरी योजना की संकल्पना की। ऑंजनेय कुमार सिंह के अतिरिक्त सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका मुख्य लेखक के रूप में सुश्री निवेदिता सिंह तोमर की रही, जो वरिष्ठ अपर जिला बचत अधिकारी मंडलीय बचत कार्यालय लखनऊ हैं । आपने मुख्य लेखक एवं अतिथि संपादक की भूमिका निभाई।

मुरादाबाद मंडल गजेटियर (भाग 1) में केवल सरकारी ऑंकड़े ही विभिन्न विभागों से प्राप्त करके लिपिबद्ध नहीं किए गए हैं, अपितु प्रकाशन में रोचकता लाने के लिए मंडल के संबंध में जन-रुचि के अनुरूप काफी जानकारी प्रारंभ के लगभग एक सौ प्रष्ठों में दी गई है। इससे गजेटियर की रोचकता बढ़ गई है। इस तरह मंडल के विभिन्न स्थानों के इतिहास, नए और पुराने स्मारकों तथा क्रियाकलापों की जानकारी भी गजेटियर (भाग 1) से मिल सकेगी।

प्रारंभिक एक सौ प्रष्ठों में दी गई जानकारी का अधिकतर संदर्भ पुराने प्रकाशित जनपदीय गजेटियर हैं। कुछ जगह पर लेखकों के नाम भी दिए गए हैं। उदाहरणार्थ रंगीन होती टोपी, अमरोहा के लेखक के रूप में डॉक्टर महताब अमरोहवी का नाम है। रामपुर की दास्तानगोई लेख पर तराना खान का नाम है। मुरादाबादी दाल शीर्षक पर मधुलिका दाश का नाम अंकित है। मुरादाबाद में आर्य समाज के बारे में डॉक्टर मनोज रस्तोगी का नाम लेखक के रूप में आया है।

गजेटियर में अनेक स्थानों पर विवरण के साथ-साथ रंगीन चित्र भी दिए गए हैं। इससे पुस्तक का सौंदर्य द्विगुणित हो गया है। ऐसे चित्रों में रामपुर की गॉंधी समाधि तथा रामपुर में ही शाहबाद स्थित किला उल्लेखनीय है। नजीबाबाद का पत्थर गढ़ का किला , बिजनौर की विदुर कुटी , अमरोहा का बाह का कुआं और श्री वासुदेव तीर्थ मंदिर ,मुरादाबाद के ब्रज रत्न हिंदू पुस्तकालय तथा सूफी अंबा प्रसाद का छापाखाना के साथ-साथ संभल के कल्कि विष्णु मंदिर आदि के चित्र पाठकों का ध्यान सहज आकृष्ट करते हैं।
जो लोग अपने मंडल के इतिहास, परंपराओं, स्थानों और क्रियाकलापों के संबंध में प्रमाणिक जानकारी एक जिल्द में एकत्र करने के इच्छुक हैं, उन्हें मुरादाबाद मंडल गजेटियर (भाग 1) अवश्य अपनी पुस्तक-अलमारी में रखना चाहिए।
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समीक्षक : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

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