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7 Sep 2024 · 1 min read

“कछुआ”

“कछुआ”
कभी शेखी मत बघारना,
खरगोश सा डिंग न मारना।

मन में बात अब भी ताजी,
खरगोश से जो जीती बाजी।

2 Likes · 2 Comments · 96 Views
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