Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Aug 2024 · 1 min read

अमर शहीदों के चरणों में, कोटि-कोटि प्रणाम

अमर शहीदों के चरणों में, कोटि-कोटि प्रणाम
मातृभूमि की आजादी में , किए समर्पित प्राण
एक सदी की शहादतों से, जीता स्वतंत्रता संग्राम
देश खुशी से मना रहा, 77 बां पर्व महान
आतंक और कट्टरता से, सभी को मिलकर लड़ना होगा
जाति पाति और मजहब से, हमको ऊपर उठना होगा
आतंक और अलगाव वाद, दुश्मन से बड़ी चुनौती है
कट्टरता की आग में जलते, बैठे हुए पड़ोसी हैं
सतर्क और चौकन्ने होकर, भारत की शान बढ़ाना है
शांति और सौहार्द धरा पर,सुख समृद्धि लाना है
धर्म आधारित राष्ट्र बना पाक,आज देखो क्या हाल हैं
कट्टरता की आग में बंगला,आज बड़ा बेहाल है
अफ़ग़ानिस्तान में तालीबानी कट्टर एक दुकान है
अति धूर्त साम्राज्यवाद का,मेरे पास मकान है
नेपाल और श्रीलंका पर डोरे, डाल रहा नादान है
म्यांमार और बर्मा भी आज बड़े हलाकान हैं
किसी भी कीमत पर हमको,अच्छे हालात बनाना है
तोड़कर सारी सीमाएं, भारत भारत बर्ष बनाना है
उठो अखंड भारत का सपना, मिलकर सब साकार करें
धर्म जाति भाषा से ऊपर, मातृभूमि का मान करें
भारत बर्ष के जन जन को, अन्याय आतंक से मुक्त करें
सभी को हार्दिक बधाई शुभकामनाएं 🎉 🎉 🎉 🙏 🙏
जय हिंद

1 Like · 1 Comment · 104 Views
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all

You may also like these posts

🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
🥀*अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shweta Soni
सब्र रखो सच्च है क्या तुम जान जाओगे
सब्र रखो सच्च है क्या तुम जान जाओगे
VINOD CHAUHAN
आज फिर से
आज फिर से
Madhuyanka Raj
तूं कैसे नज़र अंदाज़ कर देती हों दिखा कर जाना
तूं कैसे नज़र अंदाज़ कर देती हों दिखा कर जाना
Keshav kishor Kumar
बाबर के वंशज
बाबर के वंशज
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
दरबारियों!
दरबारियों!
*प्रणय*
राखी की यह डोर।
राखी की यह डोर।
Anil Mishra Prahari
"सबक"
Dr. Kishan tandon kranti
“🌟 A habit missed once is a mistake. A habit missed twice is
“🌟 A habit missed once is a mistake. A habit missed twice is
पूर्वार्थ
गंगा सेवा के दस दिवस (द्वितीय दिवस)
गंगा सेवा के दस दिवस (द्वितीय दिवस)
Kaushal Kishor Bhatt
4502.*पूर्णिका*
4502.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ज़िंदगी  है  गीत  इसको  गुनगुनाना चाहिए
ज़िंदगी है गीत इसको गुनगुनाना चाहिए
Dr Archana Gupta
दो दिन की जिंदगानी रे बन्दे
दो दिन की जिंदगानी रे बन्दे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बचपन
बचपन
अवध किशोर 'अवधू'
मनमीत
मनमीत
लक्ष्मी सिंह
पूछी मैंने साँझ से,
पूछी मैंने साँझ से,
sushil sarna
हे युवा पीढ़ी सुनो
हे युवा पीढ़ी सुनो
Harinarayan Tanha
दुर्गावती घर की
दुर्गावती घर की
पं अंजू पांडेय अश्रु
मेरे भैया के लिए मेरे भाव सुमन
मेरे भैया के लिए मेरे भाव सुमन
Sudhir srivastava
हौंसलों की उड़ान
हौंसलों की उड़ान
Arvind trivedi
तन्हा जिंदगी अब जीया न जाती है
तन्हा जिंदगी अब जीया न जाती है
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
दृढ़
दृढ़
Sanjay ' शून्य'
*प्रेम*
*प्रेम*
Priyank Upadhyay
*मृत्यु एक जीवन का क्रम है, साधारण घटना है (मुक्तक)*
*मृत्यु एक जीवन का क्रम है, साधारण घटना है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
* ज्योति जगानी है *
* ज्योति जगानी है *
surenderpal vaidya
"हमने पाई है आजादी प्राणों की आहुति देकर"
राकेश चौरसिया
सुबह-सुबह की बात है
सुबह-सुबह की बात है
Neeraj Agarwal
है कौन जो इस दिल का मेज़बान हो चला,
है कौन जो इस दिल का मेज़बान हो चला,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
इन्तिज़ार,
इन्तिज़ार,
हिमांशु Kulshrestha
Loading...