दहेज रहित वैवाहिकी (लघुकथा)
हमारी लंबी उम्र जितिया करने वाली से होती है, करवा चौथ करने व
એકલા જીવું આજે અઘરું લાગે સે
जर जमीं धन किसी को तुम्हारा मिले।
कौन सा हुनर है जिससे मुख़ातिब नही हूं मैं,
प्रेम जीवन धन गया।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
चिम्पू जी की योगा क्लास - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'