Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Aug 2024 · 1 min read

क्या गुनाह है लड़की होना??

क्या गुनाह है लड़की होना??
वेद रामायण कहे कन्या है
अमूल्य धन,
लक्ष्मी, सरस्वती, दुर्गा वह,
फिर क्यों समाज
जीने नहीं देती जीवन खुशहाल में।
क्या गुनाह है लड़की होना?
काम न हो इस दुनिया में
मच जाए खलबली इस जहां में
अगर स्त्री न हो घर आंगन में,
फिर क्यों समाज न देती सज़ा
दरिंदों को जो कर रखा
उनका ज़िन्दगी बेहाल।
क्या लड़की होना गुनाह है,
सुना लगे आंगन
रहती न हलचल वहां,
उन्नति न होती उस मुल्क की,
बेटियां न होती जहां
फिर भी देखो दुनिया लेती
उनकी लाखों इम्तिहान।

Language: Hindi
110 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

चंद रोज की शौहरत
चंद रोज की शौहरत
साहित्य गौरव
🙅आज का शेर🙅
🙅आज का शेर🙅
*प्रणय प्रभात*
सत्य,”मीठा या कड़वा”
सत्य,”मीठा या कड़वा”
मनोज कर्ण
नाइजीरिया में हिंदी
नाइजीरिया में हिंदी
Shashi Mahajan
अपना दर्द छिपाने को
अपना दर्द छिपाने को
Suryakant Dwivedi
स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में....
स्मृति-बिम्ब उभरे नयन में....
डॉ.सीमा अग्रवाल
आज दिल ये तराना नहीं गायेगा,
आज दिल ये तराना नहीं गायेगा,
अर्चना मुकेश मेहता
बेटी की संवेदना
बेटी की संवेदना
Er.Navaneet R Shandily
"लाल गुलाब"
Dr. Kishan tandon kranti
उम्मीद
उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
रामायण में हनुमान जी को संजीवनी बुटी लाते देख
रामायण में हनुमान जी को संजीवनी बुटी लाते देख
शेखर सिंह
जहां प्रगटे अवधपुरी श्रीराम
जहां प्रगटे अवधपुरी श्रीराम
Mohan Pandey
दीदी
दीदी
NAVNEET SINGH
|नये शिल्प में रमेशराज की तेवरी
|नये शिल्प में रमेशराज की तेवरी
कवि रमेशराज
नई पीढ़ी में तनाव: कारण, प्रभाव और इसे कम करने के उपाय
नई पीढ़ी में तनाव: कारण, प्रभाव और इसे कम करने के उपाय
Shyam Sundar Subramanian
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
भावना मर्म की, होती नहीं विशुद्ध
भावना मर्म की, होती नहीं विशुद्ध
RAMESH SHARMA
कारगिल विजय दिवस
कारगिल विजय दिवस
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
क्रोध...
क्रोध...
ओंकार मिश्र
19, स्वतंत्रता दिवस
19, स्वतंत्रता दिवस
Dr .Shweta sood 'Madhu'
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जिंदा रहना सीख लिया है
जिंदा रहना सीख लिया है
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
मां - हरवंश हृदय
मां - हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
4602.*पूर्णिका*
4602.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कहो तो..........
कहो तो..........
Ghanshyam Poddar
आलिंगन
आलिंगन
Ruchika Rai
आंखों में मुस्कान बसी है
आंखों में मुस्कान बसी है
Seema gupta,Alwar
मेरी आंखों के काजल को तुमसे ये शिकायत रहती है,
मेरी आंखों के काजल को तुमसे ये शिकायत रहती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*तपती धूप सता रही, माँ बच्चे के साथ (कुंडलिया)*
*तपती धूप सता रही, माँ बच्चे के साथ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
महात्मा बुद्ध
महात्मा बुद्ध
Harminder Kaur
Loading...