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4 Aug 2024 · 1 min read

“पलते ढेरों अहसास”

“पलते ढेरों अहसास”
अकेलेपन की बसर ना होती
कभी भी मेरे पास,
मैं तो एक कवि हूँ भाई
मेरे इस दिल में
पलते हैं ढेरों अहसास।

2 Likes · 2 Comments · 146 Views
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