दुख आपको तोड़ सकता है — या आपको केंद्रित कर सकता है।
अम्न का दौर पुनः देश में लाने के लिए
हसलों कि उड़ान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ये फुर्कत का आलम भी देखिए,
हम भारत के वीर प्रवर हैं, भारत नया बनायेंगे ।
सबूतों और गवाहों को अगर मद्द-ए-नज़र रखता
लगाकर मुखौटा चेहरा खुद का छुपाए बैठे हैं
शूल ही शूल बिखरे पड़े राह में, कण्टकों का सफर आज प्यारा मिला
वो हिंदू क्या हिन्दू है ?जो हिंदू का ही मान हरे,
Anamika Tiwari 'annpurna '
सरकारी स्कूल और सरकारी अस्पतालों की हालत में सुधार किए जाएं
मॉर्निंग वॉक
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
देश हमे देता है सबकुछ हम भी तो कुछ देना सीखे, समाज परिवर्तन