Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
राधेश्याम "रागी"
11 Followers
Follow
Report this post
25 Jul 2024 · 1 min read
✍️ दोहा ✍️
✍️ दोहा ✍️
प्रभु चिंतन करते नहीं, जिनसे मिला शरीर। सांसारिक सुख में फंसे, इतने हुए अधीर।।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
4 Likes
·
2 Comments
· 119 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
तेरे प्यार के राहों के पथ में
singh kunwar sarvendra vikram
3821.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
दोहा पंचक. . . . . उल्फत
sushil sarna
बाण माताजी के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
तुम्हारी हाँ है या ना ?
Dr. Rajeev Jain
Enchanting Bond
Vedha Singh
जनता का पैसा खा रहा मंहगाई
नेताम आर सी
तुम मुझे मेरा गिफ़्ट ये देना
MEENU SHARMA
है हार तुम्ही से जीत मेरी,
कृष्णकांत गुर्जर
खुदा याद आया ...
ओनिका सेतिया 'अनु '
कल जब होंगे दूर होकर विदा
gurudeenverma198
Jeevan Ka saar
Tushar Jagawat
क्या बुरा है जिन्दगी में,चल तो रही हैं ।
Ashwini sharma
डमरू घनाक्षरी
Rambali Mishra
"चारों तरफ अश्लीलता फैली हुई है ll
पूर्वार्थ
"सच्चाई"
Dr. Kishan tandon kranti
राजनीति में शुचिता के, अटल एक पैगाम थे।
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
प्रकृति संरक्षण (मनहरण घनाक्षरी)
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
दोहा पंचक. . . विविध
Sushil Sarna
मिलती है जब ख़ुशी तुझे, मिलता मुझे भी खुशियाॅं अपार।
Ajit Kumar "Karn"
एक दूजे के जब हम नहीं हो सके
Dr Archana Gupta
सबके दिल में छाजाओगी तुम
Aasukavi-K.P.S. Chouhan"guru"Aarju"Sabras Kavi
बोलती आंखें🙏
तारकेश्वर प्रसाद तरुण
नव वर्ष हमारे आए हैं
Er.Navaneet R Shandily
शुभ धनतेरस
Sonam Puneet Dubey
अकेले
Dr.Pratibha Prakash
सियासत में आकर।
Taj Mohammad
श्री राम
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
सूखते ही ख़्याल की डाली ,
Dr fauzia Naseem shad
सब चाहतें हैं तुम्हे...
सिद्धार्थ गोरखपुरी
Loading...