आध्यात्मिक दृष्टिकोण से मन की शांति के उपाय। मिथक बातें का खण्डन। ~ रविकेश झा
शहर में आग लगी है उन्हें मालूम ही नहीं
*पूजा में चढ़ते मधुर, चंपा के शुभ फूल (कुंडलिया)*
मुझे पहचानते हो, नया ज़माना हूं मैं,
इसको मैं अपनी असफलता नहीं मानता हूँ
सीसे में चित्र की जगह चरित्र दिख जाए तो लोग आइना देखना बंद क
गीत- ये हिंदुस्तान की धरती...
अगर कुछ करना है,तो कर डालो ,वरना शुरू भी मत करना!
AE888 - Nhà Cái Cung Cấp Nhiều Phương Thức Thanh Toán Tiện L
हर चीज़ मुकम्मल लगती है,तुम साथ मेरे जब होते हो
हवा जो मारे गिर हम जाएं वो बालू नही है।
ग़ज़ल _ शौक़ बढ़ता ही गया ।
तेरे सहारे ही जीवन बिता लुंगा
बाबा! बळ बुधि देवजौ, पट हिरदै रा खोल।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
शीर्षक– आपके लिए क्या अच्छा है यह आप तय करो