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8 Jul 2024 · 1 min read

“न्याय-अन्याय”

“न्याय-अन्याय”
न्याय आत्मा के विभिन्न भागों के बीच एक समान प्रकार का सामंजस्य है, जबकि अन्याय आत्मा के विभिन्न भागों के बीच एक गृह-युद्ध की तरह है।

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