शारदे देना मुझको ज्ञान
शारदे देना मुझको ज्ञान
करूं मैं तेरा ही गुणगान
पकड़ लो मैया मेरा हाथ
सदा मै चाहूं तेरा साथ
कभी ना हो मुझको अभिमान
शारदे देना मुझको ज्ञान।
कलम को देना आशीर्वाद
कर सकूं दुनिया से संवाद
सभी तक पहुंचे मेरी बात
कह सकूं सबके हित की बात
जगत में हो तेरा गुणगान
शारदे देना मुझको ज्ञान।
मिटाओ मेरा भी अज्ञान
बनाओ मुझको तुम प्रज्ञान।
सदा बोलूं में दिल की बात
करूं काम मैं दिन और रात।
करूं मैं तेरा ही गुणगान
शारदे देना मुझको ज्ञान।
– श्रीयांश गुप्ता