दया से हमारा भरो माँ खज़ाना
जिसने दिया था दिल भी वो उसके कभी न थे।
सरकारों के बस में होता हालतों को सुधारना तो अब तक की सरकारें
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तो मोहब्बत पर सुनिएगा....💞
सौ सदियाँ
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
सुनियोजित व सुव्यवस्थित जीवन की पहली आवश्यकता है प्राथमिकता
*वह श्रद्धा के पात्र, पार नव्वे जो जीते (कुंडलिया)*
जै मातादी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
ख़ुश-कलाम जबां आज़ के दौर में टिक पाती है,
अमर काव्य
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक