मेरी प्यारी बेटी
मेरी प्यारी बेटी ,
तुम अगले महीने 5 फ़रवरी 2025 को 4 साल की हो जाओगी , पिछले 4 साल और उससे भी पहले के 9 महीने तुम्हारे जन्म से पहले के तभी से जब भी तुम्हारे बारे में सोचता हूँ तो मेरे चेहरे पर अपने आप ही मुस्कान आ जाती है। मुझे याद है जिस दिन तुम्हारा जन्म हुआ उसी की पिछली रात जब मै हॉस्पिटल में था तो एक बच्ची अपने पापा को बार बार पापा पापा पुकार रही थी उसी समय मुझे एहसास हुआ की एक दिन मुझे भी तुम ऐसे ही पुकारोगी और सच कहूँ तो तुम आज मुझे ऐसे ही बहुत प्यार से बुलाती हो तुम्हे लेकर जितने सपने मैंने देखे थे सब पूरा होता जा रहा है। तुम्हारे जन्म से ही पूरे परिवार का माहौल बदल गया और पुरे परिवार तेजी से आगे बढ़ने लगा। स्थिति सुधरने लगी। जब तुम 1 साल की थी तब मैंने कही पढ़ा या किसी वीडियो में देखा की बच्चे को 5 साल तक डाँट नहीं लगाना चाहिए तभी मैंने सोचा की मै तुम्हे किसी भी बात पर डाटूंगा नहीं हमेशा कुछ नया सीखाने की कोशिश करूँगा। तुम्हारे जन्म के साथ ही एक बेटी की कमी थी परिवार में वो पूरी हुयी। वैसे तो मेरी माँ भी किसी की बेटी ही है और तुम्हारी माँ भी किसी की बेटी है उन दोनों की वजह से ही ये परिवार आगे बढ़ रहा है लेकिन जो एक बाप बनने पर एहसास होता है उसे मैं महसूस कर पाता हूँ , जो तुम चाचू चाचू बोलती हो सुमित को नवीन को भाई बोलती हो और राहुल को छोटे पापा बोलती हो। तुमने पूरे परिवार एक प्यार के धागे में बाँधने में मेरी बहुत मदद की है। हम सभी भाई किसी भी काम में व्यस्त हो लेकिन तुम्हारे लिए हमेशा कोशिश की है की तुम्हारे साथ खेले , तुम्हारी जिद्द पूरी करे , तुमसे ढेर सारी बातें करे। जितना सुमित , नवीन और राहुल ने तुम्हारे लिए किया होगा उससे तो मैंने कम ही किया है क्युकी मुझे जरुरत ही नहीं लगी की मैं तुम्हारे लिए कुछ अलग करू। सब कुछ तुम्हे मिल रहा है परिवार के सभी सदस्य से। मुझे याद है जब मैं पढ़ने के लिए बैठता था तब तुम मेरी गोद में आकर बैठ जाती थी की पापा मुझे भी पढ़ना है। जब काम करने के लिए बैठ जाता हूँ तो आ जाती हो मुझे भी काम करना है। जब तुम 2 साल की थी तो मैं CA बना और जब तुम मेरी डिग्री को देखती हो और बोलती हो मेरे पापा CA है मुझे भी CA बनना है और डॉक्टर बनना है फौजी बनना है पुलिस बनना है ये सब सुनता हु तो बहुत अच्छा लगता है मुझे। मेरा तो मन करता है तुम अपने जीवन में किसी न किसी खेल में भी बहुत आगे बढ़ो और देश का नाम रौशन करो। जब तुम बोलती हो मुझे चाचू का नाम रौशन करना है मुझे बहुत अच्छा लगता है। मेरे पास तुम्हारे जीवन के 4 साल की बहुत सारी यादें है जिसे मैंने फोटो के रूप में तो वीडियो के रूप में रखा है। जब भी तुमसे पूछता हूँ की मुझसे डर लगता है तो तुम बोलती हो नहीं बिलकुल भी नहीं और मुझे बोलती हो की डाँट के देखो मुझे और मैं जब डांटने का नाटक करता हूँ तब तुम कहती हो देखो नहीं डरती मैं। मैं तुम्हारी हर छोटी से छोटी बात को बहुत ध्यान से सुनता हूँ मुझे बहुत अच्छा लगता है। तुम्हे सोते समय अपनी दादी वाली कहानी सुनाता हूँ और अब तो मैं सोते समय किताब पढता हूँ तो तुम्हे वही किताब सुनाता हूँ और तुम बोलती हो देखो पापा मैं बस सुनूंगी और हूँ हूँ नहीं करुँगी मैं सोते हुए भी सुनूंगी। तुम्हे स्कूल ले जाना और कभी कभी स्कूल से लाना बहुत अच्छा लगता है। तुम्हे कंधे पर बिठा के पार्क ले जाता था और मैं तुम्हे पार्क में चिड़िया गिलहरी सब दिखाता था। अब तुम पार्क जाती हो मम्मी के साथ तुम्हारे दोस्त लोग भी तुम्हे पार्क में मिलते है लेकिन मुझे देखते ही तुम्हे पार्क का झूला याद आ जाता है और मैं तुम्हे बहुत झूला झुलाता हू। मैंने सुना था बेटी जन्म लेती है किस्मत बदलने के लिए और ये बात बिलकुल सच साबित हुयी है मेरे परिवार के लिए। मेरा CA बनना और नवीन का नौकरी लगना, राहुल का नौकरी लगना , मेरा खुद के बिज़नेस की शुरुआत होना और सुमित का उसमे सबसे ज्यादा साथ देना , गाँव में घर बनना बहुत कुछ बदल गया है इन चार सालो में। उसके लिए कितना भी धन्यवाद करू वो कम है। सच में बेटियां किस्मत वालो को ही मिलती है और वो किस्मत बदलने के लिए जन्म लेती है। बेटी का कभी भी दिल नहीं दुखना चाहिए और बेटी का दोस्त बन कर ही रहना चाहिए।