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1 Jul 2024 · 1 min read

*ईमानदार सच्चा सेवक, जनसेवा कर पछताता है (राधेश्यामी छंद)*

ईमानदार सच्चा सेवक, जनसेवा कर पछताता है (राधेश्यामी छंद)
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ईमानदार सच्चा सेवक, जनसेवा कर पछताता है
उसका कृतित्व लोभी-ढोंगी, निज षडयंत्रों से खाता है
चलो उठो इन षड्यंत्रों का, आओ अब पर्दाफाश करें
यह कुटिल कलुष जो कलयुग का, उसका समूल हम नाश करें

रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर ,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

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