करना क्या था, मैं क्या कर रहा हूं!
हमें भी जिंदगी में रंग भरने का जुनून था
ज़िन्दगी के सीधे सपाट रास्ते बहुत लंबी नहीं होती,
ज्ञान-दीपक
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
Poetry Writing Challenge-2 Result
कुछ ही दिन में दिसंबर आएगा,
बरगद एक लगाइए
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
वफा
धर्मेंद्र अरोड़ा मुसाफ़िर
*डॉंटा जाता शिष्य जो, बन जाता विद्वान (कुंडलिया)*
बाण मां रा दोहा
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
Loving someone you don’t see everyday is not a bad thing. It