- सोचता हु प्यार करना चाहिए -
यूँ ही क्यूँ - बस तुम याद आ गयी
Compassionate companion care services in Pikesville by Respo
■ निकला नतीजा। फिर न कोई चाचा, न कोई भतीजा।
समय के हालात कुछ ऐसे हुए कि,
नया साल नयी राहें , मुबारक सभी को
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जिस चीज को किसी भी मूल्य पर बदला नहीं जा सकता है,तो उसको सहन
आज जबकि इतना वक़्त हो चुका है
कई दिन, कई महीने, कई साल गुजर जाते हैं।
चलो अयोध्या रामलला के, दर्शन करने चलते हैं (भक्ति गीत)
तुम्हें युग प्रवर्तक है शत-शत नमन।।
भोले भक्त को भूल न जाना रचनाकार अरविंद भारद्वाज
परीक्षा काल
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
तिरे रूह को पाने की तश्नगी नहीं है मुझे,