" खुशी में डूब जाते हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
हालात ही है जो चुप करा देते हैं लोगों को
आधार छन्द- "सीता" (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गालगागा गालगागा गालगागा गालगा (15 वर्ण) पिंगल सूत्र- र त म य र
*शिक्षक जुगनू बन जाते हैँ*
तेरी पुरानी तस्वीरें देखकर सांसें महक जातीं हैं
सच तो जीवन में शेड का महत्व हैं।
*जाड़े में छिपता दिखा, सूरज सारे वक्त (कुंडलिया)*
एक अविरल प्रेम कहानी थी जब अग्नि कुंड में कूद पड़ी मां भवानी थी
चुनाव के दौर से (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }