Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jun 2024 · 1 min read

पेंसिल हो या पेन‌ लिखने का सच हैं।

पेंसिल हो या पेन‌ लिखने का सच हैं।
बस हम सभी शिक्षा के साथ हैं।

103 Views

You may also like these posts

ऑनलाइन शॉपिंग
ऑनलाइन शॉपिंग
Shekhar Chandra Mitra
क्यों हादसों  से खौफज़दा हो
क्यों हादसों से खौफज़दा हो
Chitra Bisht
जज्बात
जज्बात
अखिलेश 'अखिल'
I choose to be different
I choose to be different
Deep Shikha
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
- श्याम वर्ण की डोरी -
- श्याम वर्ण की डोरी -
bharat gehlot
"पंछी"
Dr. Kishan tandon kranti
उसकी इबादत आखिरकार रंग ले ही आई,
उसकी इबादत आखिरकार रंग ले ही आई,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बाण मां के दोहे
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
करने लगा मैं ऐसी बचत
करने लगा मैं ऐसी बचत
gurudeenverma198
ये कटेगा
ये कटेगा
शेखर सिंह
दीपावली
दीपावली
डॉ. शिव लहरी
पी वियोग में .....
पी वियोग में .....
sushil sarna
#हाइकु
#हाइकु
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
नेता जी
नेता जी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
किसी को भूल कर
किसी को भूल कर
Dr fauzia Naseem shad
गंगा मैया
गंगा मैया
Kumud Srivastava
हार हमने नहीं मानी है
हार हमने नहीं मानी है
संजय कुमार संजू
दोहे- चरित्र
दोहे- चरित्र
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
अनकहा रिश्ता (कविता)
अनकहा रिश्ता (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
सच्चे और अच्छे रिश्ते खो जाते हैं
सच्चे और अच्छे रिश्ते खो जाते हैं
Sonam Puneet Dubey
■ स्वयं पर संयम लाभप्रद।
■ स्वयं पर संयम लाभप्रद।
*प्रणय*
कुछ अपनी कुछ उनकी बातें।
कुछ अपनी कुछ उनकी बातें।
सत्य कुमार प्रेमी
तेरे इश्क में इस कदर गुम हुए
तेरे इश्क में इस कदर गुम हुए
Sunil Suman
राजनीति और प्यार
राजनीति और प्यार
guru saxena
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
तू तो सब समझता है ऐ मेरे मौला
तू तो सब समझता है ऐ मेरे मौला
SHAMA PARVEEN
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
देखो भय्या मान भी जाओ ,मेरा घरौंदा यूँ न गिराओ
देखो भय्या मान भी जाओ ,मेरा घरौंदा यूँ न गिराओ
पूर्वार्थ
Loading...