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28 Jun 2024 · 3 min read

उत्तराखंड के बाद अब दहकने लगे दुनियां के फेफड़े

हाल ही के दिनों में उत्तराखंड के जंगलों में आग लगने की कई घटनाएं सामने आई जिसमें कई हेक्टियर वन संपदा का नुकसान भी हुआ। लेकिन, ये आग सिर्फ उत्तराखंड में ही नहीं लगी बल्कि धरती के फेफड़े कहे जाने वाले अमेजोन के जंगल भी आज इसी आग के धुएं में घुट रहे हैं अमेजोन के जंगलों में अब पक्षियों की चहचहाहट की जगह आग की गरज सुनाई दे रही है ।
लेकिन सोचने वाली बात ये है की ब्राजील जैसी जगह जहां से लाइन ऑफ EQUATOR और Tropic of Capricorn यानी की मकर रेखा गुजरती है जिस वजह से यहां भारी मात्रा में बरसात होती है ये वही ब्राजील है जहां धरती के फेफड़े कहे जाने वाले अमेजोन जैसे रेन फोरेस्ट हैं जो ना जाने कितनी बायोडाइवर्सिटीस को अपने अंदर समाए हुए हैं
यहां 30,000 तरह के पौधे
2,500 तरह की मछलियां
1500 तरह के पंछी
500 तरह के स्तनपायी जीव
और 25 लाख तरह के कीड़े रहते हैं। इसे अलावा यहां 2200 से ज्यादा वैराइटी के पेड़ और जडीबूटियां भी पाई जाती हैं। लेकन आज अमेजन के जंगलों में लगती दावानल ने यहां मौजूद सारी बायोडाइवर्सिटी को खतरे में डाल दिया है। यहां हर साल लगती आग पर्यावरण के लिए एक खतरा बनती जा रही है ।
साल 1999 में स्पेस रिसर्च इंस्टीट्यूट ने अमेजन के जंगलों के जलने की घटनाओं को रिकॉर्ड करना शुरु किया गया था उसके बाद से ही ये संस्था हर साल जलने वाले जंगलों की संख्या नोट की जाती जा रही है। स्पेस रिसर्च इंस्टीट्यूट की मानें तो अमेजन के जंगलों में साल 2024 में अब तक की सबसे ज्यादा आग लगी है।
अब बात करते हैं इसके कारण की तो अमेजन में आग लगने की सबसे बड़ी वजह – livestock farming, खनन इंडस्ट्री, सड़को के निर्माण और हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट के लिए हो रहा डिफोरेस्टेशन है। यहां के जंगलों में आग किसान और सरकार खुद भी लगाती है ताकी एक ही बार में आसानी से सारे जंगल खाक हो सकेंइसी के साथ अमेजोन का क्लाइमेट tropical humid है जिसका मतलब होता है ये साल भर गर्म रहता है और यहां काफी बरसात भी होती है। लेकिन जैसे जैसे यहां डिफोरेस्टेशन बढ़ने लगा अमेजोन के जंगलों में सूखा पड़ना शुरु हो गया और इन जंगलों के सूखने का कारण अलनीनो भी बताया जा रहा है, अब जैसे ही यहां के जंगल ड्राई हो जाते हैं तो गर्मीयों के समय आग की लपटें इन्हें आसानी से घेर लेती हैं….
यही वजह है की इतने अच्छे क्लाइमेटीक कंडिशनस होने के बाद भी अमेजोन जैसे रेन फोरेस्ट आग का सामना करते हैं।
अब ऐसा ही कुछ अमेरिका के कैलिफोर्निया से सामने आया है जहां जंगल दावानल का सामना कर रहे हैं आग की वजह से कैलेफोर्निया में करीब 1,200 से ज्यादा लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ रहा है, कैलिफोर्निया के वानिकी और फायर ब्रिगेड विभाग ने इस आग को पोस्ट फायर नाम दिया है ऐसा माना जा रहा है की ये आग गर्म और तेज हवाओं के कारण लग रही है और बड़े क्षेत्र में फैल रही है।
अगर हर साल दुनिया में लग रही इस दावानल के लिए कदम नहीं उठाए गए तो हो सकता है आने वाले समय में हमारे सारे जंगल इसकी लपटों का शिकार होकर राख हो जाएंगे ।

Language: Hindi
Tag: Article
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