याद सताय
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
गृहिणी (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
इश्क़ और चाय
Kunwar kunwar sarvendra vikram singh
पेट में गया जहर सिर्फ एक व्यक्ति को मारता है और कान में गया
आग यदि चूल्हे में जलती है तो खाना बनाती है और चूल्हे से उतर
ज़िंदगी की कँटीली राहों पर
जीवन में कला , संवेदनाओं की वाहक है
*फंदा-बूँद शब्द है, अर्थ है सागर*
महादेवी वर्मा जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि🙏🏻🙏🏻🙏🏻
अब तो ऐसा कोई दिया जलाया जाये....
महानायक दशानन रावण/ mahanayak dashanan rawan 01 by karan Bansiboreliya